क्या आंखों या कान के ज़रिए भी आ सकते है कोरोना की चपेट में, जानिए जवाब
सेहतराग टीम
कोरोना वायरस करीब तीन महीने से सभी को घरों में कैद किया हुआ है। इसका खौफ इस कदर लोगों में बढ़ रहा है कि लोग एक दूसरे के पास जाने से डर रहे है और इस खतरनाक वायरस से बचने का यही एक रास्ता भी है। जब से लोगों के बीच ये वायरस कोहराम मचा रहा है तब से लेकर अब तक सभी देशों के वैज्ञानिक और स्वास्थ्य विभाग इसका इलाज खोजने में जुटे है लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। हर दिन कोविड-19 के बारे में एक नई जानकारी सामने आती है। ये सब जानते हैं कि ये संक्रमण नाक और मुंह के ज़रिए फैलता है, लेकिन वहीं सबके दिमाग़ में एक सवाल ये भी है कि क्या ये आंखों और कान के ज़रिए भी किसी को संक्रमित कर सकता है?
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आंखों के ज़रिए है मुमकिन
आंखों के ज़रिए कोरोना वायरस होना संभव है, लेकिन कानों के ज़रिए इसकी उम्मीद नहीं है। अगर आपके सामने कोई संक्रमित व्यक्ति छींकता या खांसता है, तो कोरोना वायरस आपके मुंह और नाक के साथ आंखों के ज़रिए भी शरीर में प्रवेश कर सकता है। ऐसा तब मुमकिन है जब आप अपने दूषित हाथों से आंखों मलेंगे।
ऐसे भी हो सकता है कोरोना वायरस
यहां तक कि संक्रमित व्यक्ति के आंसुओं से भी वायरस के फैलने की संभावना है। इस वायरस से बचाव के लिए दिन में कई बार हाथ धोएं, शारीरिक दूरी बनाएं रखें और सार्वजनिक जगहों पर चेहरे के साथ आंखों को भी ढक कर रखें।
चश्मा कर सकता है बचाव
अमेरिक की अकैडमी ऑफ ऑप्थल्मोलॉजी के अनुसार, ग्लास यानी चश्मा भी आपकी आंखों को सुरक्षित रख सकता है। यहां तक कि जो हेल्थ केयर कर्मी कोविड-19 के मरीज़ों की देखभाल कर रहे हैं उन्हें भी सेफ्टी गॉगल्स लगाने की सलाह दी जा रही है।
कान से संक्रमण मुश्किल
वहीं, अमेरिका के सेंटर फॉर डिज़ीज़ कंट्रोल एंड प्रिवेंशन यानी CDC का मानना है कि कान के ज़रिए किसी को कोरोना वायरस संक्रमण नहीं हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि मुंह, नाक और साइनस के टिशू के विपरीत कान के बाहरी हिस्से की त्वचा नियमित त्वचा की तरह होती है, जो वायरस को प्रवेश से रोकती है।
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